सरकारी अस्पताल अब इलाज के नहीं, लापरवाही व मौत की कहानियों के गवाह
लखनऊ । सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को जानबूझकर तवाही के रास्ते पर धकेल दिया है। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल अव इलाज के नहीं, लापरवाही और मौत की कहानियों के गवाह वन चुके हैं। लोहिया संस्थान, केजीएमयू और नगराम सीएचसी जैसे प्रमुख संस्थानों में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की लापरवाह नीतियों के चलते गरीव इलाज के लिए दर- दर भटक रहा है। मेडिकल कॉलेज केवल ईट-पत्थर की इमारत वनकर रह गए हैं। पढ़ाई का हाल ऐसा है कि एमवीवीएस छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा बन चुके हैं रहा है। उन्होंने कहा कि लोहिया संस्थान से 12 वायोप्सी के नमूने गायव हो गए, केजीएमयू ट्रामा सेंटर से खून गायव हो गया और मरीजों को एंडोस्कोपी के लिए डेढ़ साल बाद की तारीख दी जा रही है।
नगराम सीएचसी में चार महीने से अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहा। ये घटनाएं सावित करती हैं कि भाजपा के राज में सरकारी संस्थान खुद बीमार हो चुके हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का मंत्री जनता की सेवा छोड़कर समाज को वांटने में लगा है । वयानवाज़ी और खोखले दावों में मग्न मंत्री को जमीनी सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार एक साजिश के तहत सरकारी सेवाओं को वर्वाद कर निजीकरण को बढ़ावा दे रही है ताकि आरक्षण स्वतः समाप्त हो जाए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा और विजली की हालत इस साजिश का हिस्सा है। जनता अब भाजपा की नीयत को समझ चुकी है और 2027 में उसे सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने को तैयार है।
सैकड़ों मौतों पर कोई इस्तीफा नहीं मांगना, भाजपा की नैतिक हार
अखिलेश यादव ने ‘एक्स पर जारी बयान में भाजपा पर नैतिक जिम्मेदारी से वचने और इस्तीफों की परंपरा खत्म करने का आरोप लगाया है। कहा भाजपा के आने के बाद से नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए इस्तीफ़े देने का चलन ख़त्म हो गया है। ये भाजपा की राजनीति की सबसे बड़ी हार है कि सैकड़ों लोगों की मृत्यु पर कोई उन भाजपाइयों से इस्तीफ़ा भी नहीं मांगता है, जो सीधे-सीधे इसके लिए उत्तरदायी है।
इसका साफ़ मतलब ये निकलता है कि जनता को भाजपा से किसी भी प्रकार की कोई उम्मीद नही वची है। यह निंदनीय है । पूर्व मुख्यमंत्री के इस बयान को हालिया घटनाओं से जोड़कर देखा जा रहा है, जहां विभिन्न दुर्घटनाओं और अव्यवस्थाओं में बड़ी संख्या में जानें गई, लेकिन किसी भी मंत्री या जिम्मेदार पदाधिकारी ने त्यागपत्र नही दिया।
सपा ने किया डॉ. लोहिया को नमन
सपा ने 18 जून 1946 को पुर्तगाली शासन के खिलाफ शुरू हुए गोवा मुक्ति संग्राम की स्मृति में डॉ. राममनोहर लोहिया के योगदान को याद किया। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर पूर्व मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने गोवा जाकर अगोडा जेल में लोहिया जी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की और मडगांव के लोहिया मैदान में पुष्पांजलि दी।
राजेन्द्र चौधरी ने 19 दिसम्बर 2023 को गोवा मुक्ति दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और गांधी संस्थान के कार्यक्रमों में भाग लिया। उन्होंने कहा कि डॉ. लोहिया के दिखाए रास्ते पर चलकर अखिलेश यादव लोकतंत्र और आजादी के मूल्यों की रक्षा में निरंतर सक्रिय है।
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